*भजन में तरक्की बाधा कब होती है*

जयगुरुदेव आध्यात्मिक सन्देश

*भजन में तरक्की बाधा कब होती है*

बाबा उमाकान्त जी ने 1 जनवरी 2023 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि जब खान-पान सही रहेगा, जब मांसाहारीयों का, बुरे लोगों का साथ नहीं करोगे तो भजन में भी तरक्की हो जाएगी। हमको खुशी हो रही है कि अब नए प्रेमी लोग (साधना) करते हैं। चिट्टियां लिख कर देते हैं और आने वाली समस्यों को भी लिख कर देते हैं। लेकिन एक-एक को जवाब नहीं दिया जा सकता है। देखो! खान-पान का असर आता है। इधर-उधर से बचो। आप लोग अपना पकाओ, खाओ, अपने घर का खाओ, अपने बर्तन में पानी पियो। 

जिनका शरीर और मन गंदा है, जो मांस मछली शराब का सेवन करके अंतरात्मा को गंदा कर लिए हैं, उनसे थोड़ा दूरी ही बनाए रखो। जरूरत भर का ही संपर्क रखो। हो सके तो दूसरे का खाने की कोशिश न करो क्योंकि पता नहीं कैसा धन है? आ गया है तो वो आपके भजन में बाधा डाल दे। इन सब चीजों का ध्यान रखो। यहां तक भी असर आता है कि दूसरे के बिस्तर पर लेट जाओ, दूसरे के शरीर से शरीर स्पर्श हो जाएं, दूसरे का अन्न खा लो, कुकर्मीयों की आंखों से आंखें मिल जाए तो भी भजन में बाधा आ जाती है। 

तो जो साधना करते हो, समझ गए हो कि हमको साधना करनी है, साधक बनना है, हमको आगे बढ़ना है, अंदर की दौलत, सुख शांति प्राप्त करना है, आत्मा का कल्याण कराना है वो लोग इन चीजों से होशियार हो जाओ। परधन (दूसरे के धन) और परजन (दूसरे की औरत) से बचो, हमेशा दूरी बनाए रखो। जहां से ये जहर चढ़ता है यानी आंखों में आंखें मिले ही नहीं, जिससे 83 परसेंट अपराध कर्म आते, चढ़ते हैं, उससे बचो।

*किसी भी कान से किसी भी आवाज को सुन सकते हो*

बाबा उमाकान्त जी ने 1 जनवरी 2023 प्रातः उज्जैन आश्रम में बताया कि यह कोई जरूरी नहीं है कि दूसरे या तीसरे स्थान का अपने आवाज सुन लिया तो आप गलत हो, ऐसा नहीं है। नीचे के स्थान की आवाज पकड़ में नहीं आया, घंटा शंख पकड़ में नहीं आया और बांसुरी पकड़ में आ गई तो इसका मतलब आप आगे का सुन लिए तो इसमें कोई दिक्कत टेंशन नहीं। कोई भी आवाज सुनाई पड़े, दाहिने से या बाएं कान से सुनाई पड़े, कोई हर्ज नहीं। आगे चलकर ये दोनों खत्म हो जाते हैं, केवल एक सुष्मना शब्द ही रह जाता है। वही खींच कर जीवात्मा को सतपुरुष के पास सतलोक में ले जाता है।

sadhna me darshan dene wale baba umakantji maharaj


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