बाबा उमाकान्त जी महाराज के कतिपय वचन

जय गुरु देव
बाबा उमाकान्त जी महाराज के कतिपय वचन

+ शिव नेत्र सबके पास है। समरथ गुरु की दया से खुल सकता है।

+ शंकर भगवान ने कभी भी गांजा भांग नहीं पीया। गंजेड़ी पीने से पहले बमबम बोल कर उनको बदनाम कर रहे हैं। 

+ देशभक्त बनो और देश हित में काम करने वालों की मदद करो।

+ सन्त कोई दाढ़ी बाल का नाम नहीं होता है। सन्त वह होता है, जिसके अंदर परमात्म शक्ति आ जाती है।

+ मांस, मछली, अंडे, शराब व तेज नशों की चीजों का सेवन करने वाला स्वप्न में भी न परमात्मा को देख सकता है और न ही उनकी शक्ति पा सकता है।

+ गांजा भांग, अफीम, चरस, कोकीन व शराब जैसा नशा करने वाला दीन और दुनिया का सुख प्राप्त नहीं कर सकता।

+ दिखावा व बनावटीपन स्थिर नहीं रहता है। परमार्थी को इससे दूर रहना चाहिए।

+ परमार्थ की कमाई में बाधक लोगों से दूर रहना चाहिए।

+ जड़ और चेतन माया में फंसा जीव लोक व परलोक नहीं बना पाता। 

+ लाभ और मान क्षणिक है. इसकी इच्छा रखने वाले को काल का कर्जा चुकाना पड़ता है।

+ सतसंगियों को गुरु का कर्जा चुकाने का समय आ गया यदि नहीं चुकाओगे तो काल अपने कर्जा का हिसाब मांगेगा जो बहुत महंगा पड़ेगा।

+ माता-पिता, बूढ़े, बुजुर्गों, आधिकारी, कर्मचारी सबका सम्मान करो

+ किसी भी जाति, धर्म व धार्मिक पुस्तक की निंदा अपमान मत करो, सब के दिल में प्यार मोहब्बत का जज्बा पैदा करो।

+ नामदान बड़े भाग से मिलता है, यह हैवान से इंसान, इंसान से भगवान और भगवान से परमात्मा बना देता है, नामदान से काल का प्रकोप कम हो जाता है।

+ मनुष्य शरीर के अंदर सारी सृष्टि की रचना भरी हुई है।

+ गरीबी अमीरी कर्मों की देन है। अच्छे बुरे कर्मों से बढ़ घट जाती है लक्ष्मी ।

यकीन करो ! जयगुरुदेव नाम प्रभु का ही है। रोज सुबह-शाम एक घंटा जयगुरुदेव नाम की ध्वनि बोलने से फायदा दिखाई पड़ने लगेगा। कैसे बोलोगे :- जयगुरुदेव जयगुरुदेव जयगुरुदेव जय जयगुरुदेव

बाबा जी के आश्रम का पता –

बाबा जयगुरुदेव धर्मविकास संस्था,
पिंगलेश्वर रेलवे स्टेशन के सामने मक्सी रोड, उज्जैन (म.प्र.)
Website & YouTube: Jaigurudevukm 9575600700, 9754700200



संत वाणी 


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1 टिप्पणियाँ

  1. हुजूर की दया मेहर हमेशा ऐसे ही सभी जीवों पर बनी रहे।
    सादर सप्रेम जयगुरुदेव

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Jaigurudev