जरूरत क्या है? एक लाइन का कानून बना दो कि प्रदेश में, देश में आज से शराब बंदी लागू की जा रही है।

*जयगुरुदेव*
*सन्देश / दिनांक 30.12.2021*

*सतसंग स्थलः आश्रम उज्जैन, मध्यप्रदेश*
*सतसंग दिनांक: 02.अगस्त.2020*

*"देश में पूर्ण शराबबंदी के लिए एक लाईन का कानून बने" - बाबा उमाकान्त जी महाराज*

देश के नागरिकों के वास्तविक विकास के लिए और उनकी समस्याओं को दूर करने के प्रभावकारी उपाय बताने वाले तथा देश के जिम्मेदारों द्वारा उन उपायों पर अमल न करने की स्थिति में उसके समाधान की बात बताने वाले,
इस समय के पूरे महापुरुष, पक्के देशभक्त, महान समाज सुधारक उज्जैन वाले संत बाबा उमाकान्त जी महाराज ने 02अगस्त2020 को आश्रम उज्जैन, मध्यप्रदेश में दिए व यूट्यूब चैनल जयगुरुदेवयूकेएम *(Jaigurudevukm)* पर प्रसारित सतसंग में बताया कि,

कुछ समय पहले खबर आई कि अस्सी पच्चासी लोग जहरीली शराब पी करके मर गए।
जहरीली शराब किसने पिलाई? शराब की दुकान किसने खुलवाई?
जो हुकूमत में है उन्होंने किया। अब दूसरे पार्टी के लोग कह रहे हैं कि पच्चीस लाख रुपया इनको मुआवजा दिया जाए।

*"मुआवजा सरकारी कोष से यानी जनता के पैसे से देते हैं, अपनी जेब, तनख्वाह से नहीं..."*
अब यह कौन देगा? यह लोग कोई अपनी तनख्वाह से देंगे?
सरकारी कोष से देंगे। पैसा किसका जाएगा? जनता का जाएगा?

*"लड़ाई झगड़ा और अपराध इन सबकी जड़ है शराब, बन्द क्यों नही करते हो?"*
जरूरत क्या है? एक लाइन का कानून बना दो कि प्रदेश में, देश में आज से शराब बंदी लागू की जा रही है।
कुछ नहीं होगा। न शराब पीकर के एक्सीडेंट में लोग गिरेंगे। न आपको एंबुलेंस भेज करके उनको उठवा करके लाना पड़ेगा। न रात को डॉक्टर को जगना पड़ेगा। न पट्टी मल्हम नर्स, स्टाफ को करना पड़ेगा।
*शराब की वजह से होने वाला लड़ाई झगड़ा, अपराध सब बंद हो जाएगा तो ऐसा क्यों नहीं करते हो?*

*"शराब और गऊ का मांस खाने वाले कभी भी शराब और गऊ हत्या नहीं बंद कर सकते ..."*
अब सवाल यह है कि जो यह करें तो वो मैं करूं। जो पहले लोग करते आए वही मैं करूं। यह शराब एक बोतल पीते हैं तो हम दो बोतल क्यों ना पिएं?
तो शराब के नशे में गद्दी पर बैठ कर के कोई शराब बंदी कर सकता है? कभी नहीं कर सकता। गद्दी पर बैठकर कानून बनाने वाले, गऊ का मांस खाने वाले गऊ हत्या कभी बंद कर सकते हैं? कभी नहीं।

*"जब कोई दिलेर आएगा तब शराब, गऊ, पशु-पक्षी की हत्या बंद हो जाएगी..."*
वह तो समय आएगा, जब नियम-कानून में परिवर्तन होगा। जब कोई दिलेर आएगा और दिल से चाहेगा, हिम्मत जब जुटाएगा,
*तब शराब भी बंद हो जाएगा, गऊ हत्या भी बंद हो जाएगी, पशु-पक्षी की भी हत्या बंद हो जाएगी।*

Mere-Murshid


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