*Pakistan or China Ko Fakiri Paigam*

जयगुरुदेव


*भारत,  पाकिस्तान  व  चीन  को  फकीरी  फरमान*
4  मार्च  2019
लखनऊ  उत्तर  प्रदेश,  इंडिया
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शिवरात्रि  के  महापर्व  पर  विश्व  विख्यात  सन्त  उमाकान्त  जी  महाराज  ने  विश्व  शान्ति  और  सर्व  हित  का  अपना  ऐतिहासिक  सन्देश  देते  हुए  कहा  है  कि,

हमारे  गुरु  परम्  पूज्य  बाबा  जयगुरुदेव  जी  महाराज  पूरे  संत  थे।    मैं  तो  उन्हीं  के  मिशन  को  पूरा  कर  रहा  हूं,  उन्हीं  का  काम  कर  रहा  हूं,  उनका  बंदा  हूं,  इसलिए  मुझको  भी  यह  बात  बतानी  है  । 
सबसे  पहले  तो  अपने  देश  और  देश  के  कर्णधारों  को  यह  बताना  है  कि  आप  शाकाहारी  रहो,  नशामुक्त    हो  जाओ।

आपकी  जरूरत  है  देश  के  लोगों  को,  आपके  अनुभव  की  जरूरत  है  देश  में,  लेकिन  जब  शराब  पीकर  मस्त  हो  जाओगे  तो  अपना  अनुभव  क्या  दे  पाओगे  ? 
अभी  कोई  चढ़ाई  कर  दे,  आपके  ऊपर  और  आप  शराब  के  नशे  में  हो  तो  क्या  आर्डर  दे  सकते  हो  ?  आप  मस्त  पड़े  हो  तो  आप  क्या  कुछ  कर  सकते  हो  ? 
इसलिए  दिल-दिमाग-बुद्धि  को  सही  रखने  के  लिए  जितने  भी  देश  के  कर्णधार  हैं,  इनको  शाकाहारी,  नशामुक्त    रहना  जरूरी  है  । 

देखो  !  भारत  आध्यात्मिक  देश  पहले  भी  था,  आज  भी  है  और  बाद  में  भी  रहेगा  ।  अब  आध्यात्मिक  और  नैतिक  शिक्षा  की  जरूरत  है  । 
इसलिए  मैं  आस-पास  के  देशों  को  भी  यह  कहना  और  बताना  चाहता  हूं  कि  भारत  के  ऊपर  टेड़ी  नजर  मत  रखो  ।  भारत  की  एकता  और  अखंडता  को  खंडित  करने  की  कोशिश  मत  करो  । 

चाइना  से  कहना  चाहूंगा  कि  भाई-भाई  के  झगड़े  में  मत  पड़ो  ।  पाकिस्तान  कौन  है  ?  भारत  का  एक  हिस्सा  ।  भारत  का  छोटा  भाई  ।  जब  से  अलग  हुआ  तब  से  उसको  आध्यात्मिक  शिक्षा  नहीं  मिल  पाई  ।  कोई  पूरे  फकीर  वहां  मिले  नहीं,  इसलिए  लोगों  का  दिल-दिमाग  बदल  गया  ।  

किस  भाव  में  मरते  और  मरवाते  हैं  लोगों  को  ?  कि  जन्नत  चले  जाओगे,  खुदा  के  प्यारे  हो  जाओगे,  खुदा  के  पास  पहुंच  जाओगे  ।  अरे  !  खुदा  को  आप  ने  देखा  ?  जन्नत  को  आपने  देखा  कि  आप  जन्नत  भेज  रहे  हो  ?  आप  खुदा  के  पास  भेज  रहे  हो  ?  आप  इस  बात  को  समझो  कि  लोगों  को  भ्रम  में  डाल  कर  के  और  यह  जिस्मानी  मस्जिद  को  खत्म  कर  दे  रहे  हैं  ।  लोगों  को  निजात  दिलाने  के  बजाय  इसको  दोजख  में  सजा  भोगने  के  लिए  भेज  दे  रहे  हो। 

इसलिए  मैं  यह  अपील  करूंगा  पाकिस्तान  के  प्रधानमंत्री  से  कि  यदि  आप  को  खोजने  पर  वहां  कोई  रुहानी  तरक्की  वाले  आला  फकीर  मिल  जाएं  तो  उनसे  आप  तालीम  लो,  उनसे  आप  शिक्षा  लो  और  जो  भ्रमित  लोग  हैं,  जिनका  दिल-दिमाग  इधर-उधर  हो  गया  है,  उनको  शिक्षा  दिलवाओ  और
अगर  तुम  ऐसा  नहीं  कर  सकते  हो  तो  अपने  बड़े  भाई  भारत  से  हाथ  मिला  लो  और  कुछ  समय  के  लिए  अपनी  बागडोर  देश  की,  भारत  देश  को  दे  दो  ।  भारत  के  आध्यात्मिक  लोग  उनको  बदल  देंगे,  व्यवस्था  को  सही  कर  देंगे  । 

हम  को  यह  विश्वास  है  कि  अंगुलिमाल  और  वाल्मीकि  जैसे  डाकू,  महात्मा,  आला  फकीर  के  संपर्क  में  आकर  बदल  सकते  हैं  तो  वह  लोग  भी  बदल  जाएंगे,  खून  खराबा  बच  जाएगा  ।  

नहीं  तो  इस  समय  पर  पूरी  तनातनी  चल  रही  है  ।  जैसे  कहते  हैं  कि  एक  मछली  पूरे  तालाब  को  गंदा  करती  है,  ऐसे  ही  कुछ  लोग  पूरे  विश्व  की  शांति  को  खत्म  कर  दे  रहे  हैं  ।  इसलिए  पूरा  विश्व  बारूद  के    ढेर  पर  खडा  हुआ  है  । 

इसलिए  मेरी  यह  गुजारिश,  प्रार्थना  है  कि  आप  मेरी  विनती,  प्रार्थना,  गुजारिश,  आरजू  को  स्वीकार  करो  और  लोगों  की  जान-माल  को  बचाओ  ।
 
यदि  आप  से  नहीं  हो  पा  रहा  है  तो  हमारे  यहां  साधक  भरे  पड़े  हैं,  देश  सेवक,  भक्त  भरे  पड़े  हैं  भारत  देश  में  ।  उनसे  आप  सलाह  ले  लो,  उनको  अपनी  बागडोर  एक  बार  के  लिए  सौंप  दो  ।  यह  व्यवस्था  पूरे  विश्व  में  करके  दिखा  देंगे  ।  आप  भी  शक्तिशाली  हो  जाओगे,  ताकतवर  हो  जाओगे। 

दो  बिछड़े  भाई  जब  एक  साथ  मिल  जाएंगे  ,  पावर  बढ़  जाएगी।  तो  आप  इस  बात  को  समझो  कि  देश  की  परिस्थितियां  बहुत  खराब  हो  गई  हैं  ।  बच्चों  को  छोड़  कर  के  जो  सीमा  पर  जाते  हैं,  पहरा  लगाते  हैं  देश  की  रखवाली  के  लिए,  उनको  शरीर  छोड़ना  पड  जाता  है,  शहीद  होना  पड़  जाता  है,  हमको  बड़ी  तकलीफ  होती  है  । 

देखो  !  छोटे-छोटे  बच्चे,  यह  जो  बिगड़  गए  नशे  में  और  कौन  से  नशे  ?  यानी  समझो  गोलियों  और  शराब  का  नशा  तो  होता  ही  है,  इसके  अलावा  और  भी  नशे  होते  हैं  जिनकी  वजह  से  नियम-कानून  का  उल्लंघन  करते  हैं।  अपने  ही  बच्चों  पर  इन  पुलिसवालों  को  लाठियां  चलानी  पड़ती  है  ।  अपने  ही  पिता-परिवार  के  लोगों  पर  जब  वो  पत्थर  फेंकने  लगते  हैं,  व्यवस्था  में  जब  वो  व्यवधान  पैदा  करते  हैं  तो  हमको  बड़ी  तकलीफ  होती  है,  बड़ा  दर्द  होता  है  । 

हम  तो  यह  चाहते  हैं  कि  व्यवस्था  सही  हो  जाए,  सब  को  रोजी-रोटी  मिलने  लग  जाए,  सब  को  न्याय-सुरक्षा  मिलने  लग  जाएँ,  सब  ईश्वरवादी,अध्यात्मवादी  बन  जाए,  खुदा  परस्त  बन  जाए  तो  आगे  का  समय  ऐसा  हो  जाएगा।


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प्रकाशन  विभाग,  
बाबा  जयगुरुदेव  धर्म  विकास  संस्था  द्वारा  
दिनांक  4  मार्च 2019  को  प्रकाशित  और  प्रसारित ।


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